Aug 8, 2008

कोटा दशहरा मेले में प्रस्तुति

कोटा राष्ट्रीय दशहरा मेले में स्वतन्त्रता दिवस के स्वर्ण जयन्ती कार्यक्रम में गीतान्जली संस्था की ओर से प्रस्तुति देते हुए ।

2 comments:

शरद तैलंग said...
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'ada' said...

नाखुदा के ही भरोसे पर न रहना,
तुम खुदा को भी सफ़र में याद करना ।
bahut khoob..
bilkul theek kaha hai aapne khuda ko bhi yaad karna...
kya baat hai.
shukriya itni acchi gazal likhi aapne..