वो फिर किस काबिल होता है ।
तुझे भूलने की कोशिश ही,
काम बड़ा मुश्किल होता है ।
पहले तिल तिल खुद मरता है ,
तब कोई का़तिल होता है ।
कागज़ पर मैं दिल रख देता,
जि़क्र सरे महफ़िल होता है ।
क़हर तो लहरें ही ढ़ातीं हैं,
रुस्वा हर साहिल होता है ।
जब तक आए नहीं फ़ैसला,
वक्त बड़ा बोझिल होता है ।
क़िस्मत देखो आज ’शरद’ भी,
कवियों में शामिल होता है ।
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