वो सज़ा हमको मिलेगी सब यहाँ जल जाएगा ।
यूं तो हमने खैरियत लिख दी उन्हें मज़मून में,
हम शिकस्ता हाल हैं उनको पता चल जाएगा ।
इतनी बारिश में अगर जो घर तुम्हारा बह गया,
फ़िक्र क्या है अब ख़ुदा के घर में तू पल जाएगा ।
हमने पूछा उस जगह अब क्यूं इबादत बन्द है,
हँस के बोले कुछ दिनों तक हादसा टल जाएगा ।
डाकिए ने मौत की चिट्ठी न पंहुचाई ’शरद’,
ये समझकर ’जो यहाँ आया है सो कल जाएगा ।
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