tag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post3863966504156739008..comments2023-06-21T07:30:11.264-07:00Comments on सब कुछ: ग़ज़ल " फ़ना जब भी हमारे राज़ होंगे.शरद तैलंगhttp://www.blogger.com/profile/07021627169463230364noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-22644230200458955122010-12-16T23:40:42.723-08:002010-12-16T23:40:42.723-08:00बहुत महफ़ूज़ है पिंजड़े में चिड़िया,
गगन में तो शिकारी...बहुत महफ़ूज़ है पिंजड़े में चिड़िया,<br />गगन में तो शिकारी बाज़ होंगे ।<br />Sir, I like these lines the best of all...the true picture of today's world!Vandanahttp://simplyvandana.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-5021130921145222952010-12-16T23:39:18.630-08:002010-12-16T23:39:18.630-08:00बहुत महफ़ूज़ है पिंजड़े में चिड़िया,
गगन में तो शिकारी...बहुत महफ़ूज़ है पिंजड़े में चिड़िया,<br />गगन में तो शिकारी बाज़ होंगे ।<br />Sir, I likes these lines the best of all...the true picture of today's world!Vandanahttp://simplyvandana.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-21493455445898551012010-09-09T03:55:45.822-07:002010-09-09T03:55:45.822-07:00shaandaar gazal hai. kuchh sher to waakaee kaabile...shaandaar gazal hai. kuchh sher to waakaee kaabile-taareef hain :<br /><br />खफ़ा उनसे मैं होना चाहता हूँ,<br />मग़र डर है कि वो नाराज़ होंगे ।<br /><br />- bahut hee naajuk khayaal hai. khoobsoorat hai. badhaaee!<br /><br /><br />ज़रा पन्नों को हौले से पलटना,<br />वहाँ नाज़ुक भी कुछ अल्फ़ाज़ होंगे ।<br /><br /><br />’शरद’ के राज़ ही जिसने हैं खोले,<br />भला किसके वो अब हमराज़ होंगे । <br /><br />shaandaar!Shishir Mittal (शिशिर मित्तल)https://www.blogger.com/profile/05051950515877629225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-19249158302905580842010-09-09T03:55:45.372-07:002010-09-09T03:55:45.372-07:00shaandaar gazal hai. kuchh sher to waakaee kaabile...shaandaar gazal hai. kuchh sher to waakaee kaabile-taareef hain :<br /><br />खफ़ा उनसे मैं होना चाहता हूँ,<br />मग़र डर है कि वो नाराज़ होंगे ।<br /><br />- bahut hee naajuk khayaal hai. khoobsoorat hai. badhaaee!<br /><br /><br />ज़रा पन्नों को हौले से पलटना,<br />वहाँ नाज़ुक भी कुछ अल्फ़ाज़ होंगे ।<br /><br /><br />’शरद’ के राज़ ही जिसने हैं खोले,<br />भला किसके वो अब हमराज़ होंगे । <br /><br />shaandaar!Shishir Mittal (शिशिर मित्तल)https://www.blogger.com/profile/05051950515877629225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-22099225164512711432009-08-29T12:20:56.211-07:002009-08-29T12:20:56.211-07:00वाह शरद जी, बडी मुश्किल से आपके ब्लोग पर आ पहुंचे ...वाह शरद जी, बडी मुश्किल से आपके ब्लोग पर आ पहुंचे है आज.<br /><br />आपका गाना स्वप्न जी की पोस्ट पर सुना और मन खुश हो गया. वाकई में आपकी आवाज़ में तरलता है, जो सुरों के मिठास से गीत को अत्यंत श्रवणीय बना देती है.<br /><br />कमाल है कि आपकी पोस्ट पर आपका गाया एक भी गीत नहीं? <br /><br />अगर संभव हो तो अपना एक गीत मुझे भी भेज दें , अपने पोस्ट के लिये.दिलीप कवठेकरhttps://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-47357944697991795162009-08-01T10:49:42.673-07:002009-08-01T10:49:42.673-07:00शरद जी नमस्कार,
आपके ब्लॉग पे आज यूँ ही गलती से पह...शरद जी नमस्कार,<br />आपके ब्लॉग पे आज यूँ ही गलती से पहुँच गया मगर साहब गलत न पहुंचा आपकी कुछ एक गज़लें पढी वाह क्या बात है क्या लिखते है आप कमाल की लेखनी है आपकी इस ग़ज़ल के ये शे'र ..<br /><br />ज़रा पन्नों को हौले से पलटना,<br />वहाँ नाज़ुक भी कुछ अल्फ़ाज़ होंगे ।<br /><br />क्या खूब परवरिश की है आपने इस ग़ज़ल की तभी इतने खुबसूरत अश'आर निकले हैं... बहोत बहोत बधाई अब तो आपके यहाँ आना जाना लगा ही रहेगा...<br /><br />अर्श"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-26492997186615544182009-08-01T07:38:47.484-07:002009-08-01T07:38:47.484-07:00वाह वाह शरद जी,
क्या बात है, सभी शेर एक से बढ़ कर ए...वाह वाह शरद जी,<br />क्या बात है, सभी शेर एक से बढ़ कर एक हैं, बस यूँ समझिये नगीने हैं..<br />मज़ा आ गया पढ़ कर , वैसे मैं पहले भी पढ़ चुकी हूँ इनको..<br />अब मेरी हालत बता दूँ...<br />आपकी तरह भला कैसे करुँगी शायरी<br />दीमाग में है सिफलिस, हाथों में खाज है'ada'http://swapnamanjusha.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-8335705204831958702009-07-10T11:36:49.313-07:002009-07-10T11:36:49.313-07:00ब्लॉगवाणी पर आपकी एक टिप्पणी देखकर आपके ब्लॉग पर प...ब्लॉगवाणी पर आपकी एक टिप्पणी देखकर आपके ब्लॉग पर पहुंचा सर जी...<br /><br />एक साथ आपकी इतनी रचनाओं से मैं तो पहली बार बावस्ता हुआ हूं...<br /><br />इनसे गुजर रहा हूं...रवि कुमार, रावतभाटाhttp://ravikumarswarnkar.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-73735574642368192882009-06-19T06:05:02.908-07:002009-06-19T06:05:02.908-07:00वाह !! वाह !!
क्या बात है शरद जी, मैं तो आपके शेरो...वाह !! वाह !!<br />क्या बात है शरद जी, मैं तो आपके शेरों पर बस फ़िदा हो गयी, एक एक मिसरा बस कमाल का है, मैं बता नहीं सकती कितने खूबसूरत शेर हैं, 'बधाई' जैसा छोटा शब्द आपके लिए ठीक नहीं है, कुछ और ही सोचना पड़ेगा, बस इतना ही कहूँगी कि दिल बहुत बहुत खुश हो गयास्वप्न मञ्जूषा https://www.blogger.com/profile/06279925931800412557noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-29368504617829177202009-03-24T00:39:00.000-07:002009-03-24T00:39:00.000-07:00बहुत महफ़ूज़ है पिंजड़े में चिड़िया,गगन में तो शिकारी ...बहुत महफ़ूज़ है पिंजड़े में चिड़िया,<BR/>गगन में तो शिकारी बाज़ होंगे ।<BR/><BR/>वो दिन कब आएगा हाथों में उनके,<BR/>तमंचों की जगह पर साज़ होंगे ।<BR/>सरल शब्दों में बहुत गहरी बात ... शायद इसी विधा का नाम शायरी है....शोभित जैनhttps://www.blogger.com/profile/15352455772386650794noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-5448775013678030402009-03-22T11:00:00.000-07:002009-03-22T11:00:00.000-07:00AAJ TALAK AAPKE BLOG SE ACHHUTA KAISE RAHA SAMAJH ...AAJ TALAK AAPKE BLOG SE ACHHUTA KAISE RAHA SAMAJH NAHI AARAHA HAI... YE PAAP KAISE KAR DI MAINE... BAHOT HI KHUBSURAT AUR UMDA SHE'R KAHE HAI AAPNE.. WAAH MAZA AAGAYA.. AAPKE BLOG PE PAHALI DAFA AAYA TO SAHI MAGAR TSKIN SI MILI... MERE BLOG PE KHASA SWAGAT HAI AAPKA KUCH GAZAL KAHANE AUR SIKHNE K RASTE PE HUN AAPKA PYAR CHAHUNGA...<BR/><BR/><BR/>ARSH"अर्श"https://www.blogger.com/profile/15590107613659588862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-59651719247559265162009-03-21T21:38:00.000-07:002009-03-21T21:38:00.000-07:00ज़रा पन्नों को हौले से पलटना,वहाँ नाज़ुक भी कुछ अल्फ़...ज़रा पन्नों को हौले से पलटना,<BR/>वहाँ नाज़ुक भी कुछ अल्फ़ाज़ होंगे ।<BR/><BR/>बहुत महफ़ूज़ है पिंजड़े में चिड़िया,<BR/>गगन में तो शिकारी बाज़ होंगे ।<BR/><BR/>वो दिन कब आएगा हाथों में उनके,<BR/>तमंचों की जगह पर साज़ होंगे <BR/>बहुत अच्छा लिखा है।शोभाhttps://www.blogger.com/profile/01880609153671810492noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6692224738910299758.post-47261998122445202692009-03-21T21:28:00.000-07:002009-03-21T21:28:00.000-07:00बहुत दिनों बाद ब्लाग पर आप की ग़ज़ल देख कर खुशी हु...बहुत दिनों बाद ब्लाग पर आप की ग़ज़ल देख कर खुशी हुई। <BR/>खफ़ा उनसे मैं होना चाहता हूँ,<BR/>मग़र डर है कि वो नाराज़ होंगे ।<BR/>यह शेर बहुत पसंद आया।<BR/><BR/>कमेंट्स पर से वर्ड वेरीफिकेशन हटाएँ।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com